संन्‍यास की घोषणा के कुछ मिनट बाद ही गेंदबाजी कोच के पास गए थे एमएस धोनी, बालाजी को नहीं थी कोई जानकारी

  

चेन्नई. चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) के गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी का मानना है कि करियर को लेकर कई बार सवाल उठने के बाद भी पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की विशिष्टता उनके ‘अलग बने रहने’ की क्षमता में है. धोनी 15 अगस्त को इंस्टाग्राम पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने के कुछ समय बाद इस पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज के पास गए और कुछ बातों पर चर्चा की.

बालाजी ने कहा कि अभ्यास समाप्त होने के बाद मैं सामान्य रूप से धोनी से विकेट, अभ्यास और खेलने की स्थिति के बारे में बहुत बात करता हूं. उस दिन मैंने अभ्यास समाप्त किया और मैं अंदर गया. मुझे एहसास नहीं था कि वह पहले ही शाम 7:29 बजे अपने संन्यास की घोषणा कर चुके थे.

धोनी के जीवन का बहुत बड़ा पल था



बालाजी ने ‘स्टार स्पोर्ट्स 1’ के तमिल क्रिकेट कार्यक्रम में कहा कि धोनी इंस्‍टाग्राम पर पोस्‍ट करने के बाद हमेशा की तरह मेरे पास आए. उन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने मैदानकर्मियों को पिच पर अतिरिक्त पानी देने के लिए कहा है. मैंने कहा ठीक है. उस समय मुझे कुछ भी एहसास नहीं था. धोनी की अगुआई वाली सीएसके ने आगामी आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के लिए यूएई रवाना होने से पहले यहां एक छोटा शिविर लगाया था.
बालाजी ने कहा कि यह उनके जीवन का बहुत बड़ा क्षण था, लेकिन जिस तरह वह आगे बढ़े वह आपके लिए धोनी है. उन्होंने कहा कि मुझे बाद में एहसास हुआ कि उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी है. मुझे उस पल को समझने में कुछ समय लगा. धोनी की विशिष्टता इसी में है कि वह दूसरों से काफी अलग रहे. स्थिति चाहे जैसी भी रहे वह कभी नहीं रूकेंगे, वह अपने ही अंदाज में आगे बढ़ते हैं.

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